“चुल्ल” क्या होती है? वो बेचैनी जो हर रिश्ते और रिश्तेदार में दिखती है!

शालिनी तिवारी
शालिनी तिवारी

“चुल्ल” एक हास्य और व्यंग्य से भरा देसी स्लैंग है, जो दर्शाता है कि किसी को किसी चीज़ के लिए बेहद बेसब्री, अति-उत्साह या बिना वजह का तड़प हो रहा है। सरल परिभाषा: जब किसी को ज़रूरत से ज़्यादा कुछ करने की तलब हो — चाहे वो ज़रूरी हो या नहीं — उसे कहते हैं चुल्ल मच गई है।

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चुल्ल के प्रकार: हर वर्ग, हर रिश्ते में मौजूद!

प्रकार उदाहरण असर
ज्ञान चुल्ल हर मुद्दे पर बोलेगा, भले न पता हो चर्चा से ब्लॉक लिस्ट में
प्यार वाली चुल्ल हर हफ्ते नई मोहब्बत दिल + बैलेंस दोनों खाली
पोस्टिंग चुल्ल हर खाने की फोटो Insta पर लाइक्स नहीं तो बेचैनी
रिल्स चुल्ल सड़क पर डांस, बस में ट्रेंड क्रिंज लेवल मैक्स
राजनीति चुल्ल हर मुद्दे पर बयान जनता बोले – अगला प्लीज़

लोगों को चुल्ल क्यों होती है?

 अटेंशन चाहिए

FOMO (Fear of Missing Out)

ज़्यादा ऊर्जा, कम मार्गदर्शन

सोशल मीडिया का दबाव

और कभी-कभी बस आदत!

चुल्ल का इलाज है?

“चुल्ल” अगर कूल अंदाज़ में हो तो काफी एंटरटेनिंग हो सकती है, लेकिन अगर ये हर जगह टांग अड़ाने वाली बन जाए तो…

1 ग्लास ठंडा पानी + 2 मिनट मौन + थोड़ी सेल्फ-अवेयरनेस = चुल्ल कंट्रोल

चुल्ल हरेक में होती है, फर्क बस मात्रा का है!

हर इंसान में थोड़ी बहुत “चुल्ल” होती है — किसी को बोलने की, किसी को दिखाने की, और किसी को बिना वजह भागने की

लेकिन जब चुल्ल ज़्यादा हो जाए — तो लोग कहने लगते हैं:

“भाई, आराम कर… तेरी चुल्ल हाई वोल्टेज हो गई है!”

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